आम की खेती करने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते जानिए, आम की खेती करने से किसानों को मिल रहा है बड़ा फायदा जानिए,
आम को भारत में फलों का राजा भी बोलते हैं। इसकी मूल प्रजाति को भारतीय आम कहते हैं, जिसका वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है। आम की खेती भारत में सर्वाधिक की जाती है और आम का फल खाने में मीठा होने के कारण और सबसे स्वादिष्ट फल होने के कारण आम को फलों का राजा भी कहा जाता है इस प्रकार आम का उत्पादन भारत में सर्वाधिक होता है।
आम का फूल झड़ जाता है तो उसको कैसे रोके जानिए?
हेलो दोस्तों आपका आम के पौधे में हर वर्ष फूल आता है तो दोस्तों कुछ परिस्थितियों के कारण आम के पेड़ में से फूल झड़ जाता है तो आपके नजदीकी दवा खाना या 2.4D के नाम से दवा आती है तो आपको उसे दवा को ले आना है और आम के पौधे में 1ML, 10 लीटर टंकी के पानी में डालकर आम के पौधे पर छिड़काव कर दे तो आम के पौधे से फूल झड़ने से रोका जा सकता है।
हेलो किसान मेरे प्यारे भाइयों मैं आज आपको बताऊंगा कि आप आम की खेती कर के किस प्रकार अपनी आमदनी को बढ़ावा दे सकते हो आम की खेती करना अब हो गया है बिल्कुल आसान अब हर कोई आम की खेती आसानी से कर सकता है क्योंकि बाजार में अब आम की नई किस्म और वैरायटी आने के कारण अब कम समय में अधिक उत्पादन देने वाली किस्म मार्केट में आ चुकी है उनके कारण अब आप आम की खेती आसानी से कर सकते हो। जो साल में दो बार फल देकर किस को अधिक उत्पादन देती है।
किस को आम की खेती करने के लिए पेड़ कितनी दूरी पर लगाने चाहिए (tree to tree distance)
हेलो किसान भाइयों आपके खेत में आम का पेड़ लगाते समय सबसे पहले एक बात ध्यान रखती है कि आपको पेड़ से पेड़ की दूरी कम से कम 10 मीटर दूर होना चाहिए क्योंकि आम का पेड़ अधिक ऊंचा वे फैलने के कारण उसकी अधिक जगह चाहता है इस प्रकार आम का पेड़ 10 मीटर लंबाई व दूरी पर लगाना चाहिए और 10 मीटर चौड़ाई, पूरा खेत में आम के पेड़ इस प्रकार लगा सकते हो।
आम के पेड़ लगाते समय कुछ बातें ध्यान रखे।
1. आम का पेड़ लगाते समय आम के पेड़ की दूरी कम से कम 10 मीटर की होनी चाहिए और दूसरा पेड़ भी 10 मीटर की दूरी पर आना चाहिए
2. आपको इसी प्रकार 10 और 10 मी की दूरी पर आम का पेड़ लगाना है
3. आम के पौधा के लिए गड्ढा 2 मी का खोदना चाहिए आम का पौधा लगाने के लिए।
4. आम का पौधा लगाने के बाद गड्ढे को अच्छी तरह से मिट्टी डालकर वह खाद डालकर अच्छी तरह भर देना चाहिए जिससे पेड़ सूख न सके।
5 उसके बाद आम के पेड़ में पानी देना चाहिए जो मिट्टी डाली है वह आम के पौधे की बढ़िया तरह से जेड फैल जाए।
आम की उपयुक्त किस्में जानिए। (Know the suitable varieties of mango.)
आम की किस्मों में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, फज़ली, बम्बई ग्रीन, बम्बई, अलफ़ॉन्ज़ो, बैंगन पल्ली, हिम सागर, केशर, किशन भोग, मलगोवा, नीलम, सुर्वन रेखा, वनराज, जरदालू हैं। नई किस्मों में, मल्लिका, आम्रपाली, रत्ना, अर्का अरुण, अर्मा पुनीत, अर्का अनमोल तथा दशहरी-41 प्रमुख प्रजातियाँ हैं।
आम की अधिक उत्पादन देने वाली किस्म गणेश है जो महाराष्ट्र नागौर से विकसित की सिम है यह काम समय में अधिक उत्पादन देती है इस किस्म के फल बड़े फल प्राप्त होते हैं।
राजस्थान में आम की खेती करने के लिए उपयुक्त किस्म कौन-कौन सी है? जानिए
किसान भाइयों राजस्थान में शुष्क जलवायु पाए जाने के कारण राजस्थान में अर्का अरुण, अर्मा पुनीत, अर्का अनमोल वे दशहरी किस्म के आम सर्वाधिक बोए जाते हैं जो दिल्ली से विकसित अल्फांसो जिसे मुंबई ग्रीन के नाम से भी जाना जाता है यह पूरे साल लगातार फल देता है इस आम की किस्म में एकांतर फलन की समस्या नहीं पाई जाती है।
मेरे प्यारे किसान भाइयों की आप आम की खेती करने के लिए आम की उपयुक्त कि अल्फांसो किस्म जो पूरे वर्ष में लगातार फल देता है और इस अल्फांसो के आम में कोई एकांतर की समस्या नहीं पाई जाती यह हर वर्ष प्रतिवर्ष फल देता है।
आम का उत्पादन भारत में सर्वाधिक माना जाता है और सर्वाधिक माने जाने के कारण आंध्र प्रदेश में आम का सर्वाधिक उत्पादन होता है।
किसान भाई और राजस्थान में सर्वाधिक आम का उत्पादन बांसवाड़ा में 20% आम का उत्पादन सर्वाधिक माना जाता है और इस प्रकार आम का राजस्थान में दूसरा स्थान माना जाता है और प्रथम स्थान आंध्र प्रदेश यूपी में माना जाता है।
खेत में खाद वे उर्वरक डालने की सही प्रक्रिया क्या है? जानिए
आम के खेत में खाद डालने की में आज आपको प्रक्रिया पूरी बताऊंगा कि आपको आम के खेत में खाद किस प्रकार देना चाहिए और आम के पौधे लगाने से पहले आपको कितने महीने पहले खेत में खाद डाल देना चाहिए देखो आपको आम के पौधे लगाने से पहले काम से कम एक या दो महीने पहले क्या खाद खेत में डाल देना चाहिए जिससे खेत में जल की मात्रा में मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा पूरी हो जाए इस प्रकार आम का पौधा जल्दी ग्रोथ करेगी और जल्दी ग्रोथ करने के कारण जल्दी फलन प्राप्त होगा।
आम का पौधा लगाने से पहले खेत में एक या दो महीना पहले खाद डाल देना चाहिए जिससे खेत में आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा की पूर्ति हो जाए और पौधे को आवश्यक पोषक तत्व मिलने के कारण हुए जल्दी ग्रोथ व कर लेगा कर लेने के बाद वह जल्दी फलन देगा।
आम के खेत में पानी कब देना चाहिए? किस प्रकार देना चाहिए जानिए।
हेलो दोस्तों मैं आज आपको बताऊंगा कि आम के खेत में पौधे लगाने के बाद आपको कितना देर यह समय पश्चात पानी देना चाहिए आपको पौधा लगाने के बाद तुरंत उसमें पानी डाल देना चाहिए क्योंकि उसकी जड़े में नवी जाने के कारण वह मिट्टी में वास्सपोजन की क्रिया आसानी से कर लेगी जिससे आम पौधा सुखेगा नहीं।
पौधा लगाने के बाद हमें तुरंत उसमें पानी देना चाहिए जिस मृदा में प्रयुक्त नामी पहुंच जाए और आम के पौधे की जड़े मिट्टी में आसानी से गहराई तक चली जाए।
फर्स्ट पानी देने के बाद हमें कम से कम 10 या 20 दिन बाद फिर पानी देना चाहिए इस प्रकार हमें लगातार आम के पौधे को पानी देना चाहिए।
राजस्थान में आम की खेती करना अब आसान हो गया है कि राजस्थान में शुष्क जलवायु पाए जाने के कारण राजस्थान में दशहरी किस्म का चयन आप आसानी से कर सकते हो यह किस्म आम की राजस्थान में सर्वश्रेष्ठ है वह सर्वाधिक प्रचलित है आप इस किस्म का उपयोग कर राजस्थान में अधिक उत्पादन हुए अधिक आय प्राप्त कर सकते हो वह यह किस्म सबसे जल्दी फलन देने वाली किस्म है।
आम के नए पौधे का चयन कैसे करें वह नया पौधा कैसे प्राप्त करें?
हेलो दोस्तों मैं आज आपको बताने जा रहा हूं कि आप बिना नर्सरी ची आप घर पर ही नया आम का पौधा तैयार कर सकते हो तो जाने दोस्तों तो आपको पुराने आम के पौधे में एक डाली बढ़िया सी देख लेनी है तो उसको थोड़ा सा कट लगाकर उसमें घास लपेटकर और हल्की सी मेट डाल देना जिससे और उसके ऊपर बोरी का टुकड़ा काट कर लपेट देना है उसके बाद आपको उसमें हल्का सा पानी डालकर छिड़क देना है।
छिड़कने के बाद आपको उसको इसी प्रकार रहने देना है और आपको लगातार एक-दो दिन उसमें पानी डालता रहना है डालते रहने के बाद उसमें कुछ दिन बाद आप देखेंगे की उसे डाली जड़ चल जाएगी डाली में जड़ चलने के आपको उसे डाली को पेड़ से अलग कर देना है और आपको उसे टहनी को काटकर मिट्टी में वह देनी है मिट्टी में वह देने के बाद उसमें पानी डाल देना है और आप देखेंगे कुछ दिन बाद वह है पौधा बनकर तैयार हो जाएगा।
दक्षिण भारत में भी नियर ग्राफ्टिंग सर्व श्रेष्ठ मानी जाती है आम के नए पौधे तैयार करने के लिए।
और उत्तरी भारत में सर्वश्रेष्ठ इनर्चिंग ग्राफ्टिंग मानी जाती है इस ग्राफ्टिंग के कारण आम के नए पौधे तैयार किए जाते हैं।
हेलो दोस्तों मैं आज आपको पूरी जानकारी आम के बारे में बता दिए और आपके पोस्ट अच्छी लगी हो तो ज्यादा ज्यादा अपने यार दोस्तों को भी शेयर कर दो जो वह भी आम की जानकारी पूरी जान ले और पोस्ट अच्छी लगी हो तो ज्यादा ज्यादा शेयर कर दे।
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