हृदय रोग कौन सी उम्र में ज्यादा होता है जानिए, हृदय रोग किस कारण होता है,
हृदय रोग से कैसे बचा जा सकता है, हृदय रोग किन किन को होता है, हृदय रोग हो जाने से हमारे शरीर को क्या नुकसान होता है जानिए
2. हृदय रोग से प्रकार के होते हैं जिनमें ज्यादातर खतरनाक होते हैं
3. हृदय रोगों के लक्षणों को जानना सभी के लिए जरूरी है
4. भारत में हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति की मृत्यु हृदय रोग से कारण होती है
हृदय रोग यानी ऐसी बीमारी जिसमें आपका दिल प्रभावित होता है साल 2016 में छपे जर्नल सरकुलेशन के अनुसार कार्डियोसेकुलर रोग भारत में दुर्भाग्य के देशों में मौत का एक प्रकार कारण है अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के एक शोध में पाया गया है कि भारत में 26 साल की उम्र में कम से कम लोगों में हृदय रोगों का खतरा 35% तक बढ़ गया है इस शोध के मुताबिक भारत में हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हृदय रोग कार्डियोवैस्कुलर रोग से होती है।
दिल कमजोर होने के 7 लक्षण जाने किस कारण हृदय रोग हो जाता है।
1. हाई ब्लड प्रेशर
2. कंधे और छाती में दर्द होना
3. खराटे और नींद से जुड़ी समस्या या ना
4. बेचैनी और छाती में दबा महसूस होना
5. लगातार सर्दी और जुकाम का बने रहना
6. सांस लेने में तकलीफ
7. लगातार मतेली और सीने में जलन होना
हृदय रोगों के प्रकार जानिए कि हृदय रोग कितने प्रकार के होते हैं।
1. एरीथमियां रोग: -एक ऐसी बीमारी जिसमें दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है एरीथमियां के कारण रोगी के दिल की धड़कन का भी सामान्य से तेजी हो जाती है और कभी सामान्य से धीरे हो जाती है।
2. एथेरोसिलेरोसिस :-इसके कारण दिल में ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है वह बीमारी आमतौर पर शरीर में कॉल स्टॉल की बढ़ी हुई मात्रा इंसुलिन हार्मोन की मात्रा घटना, हाई ब्लड प्रेशर ,अधिक धूम्रपान ,कम सारिक मेहनत अधिक उम्र और अनुवांशिक कारणों से हो सकती है।
3. कॉनजेनिटल हार्ड डिफेक्ट :- यह बीमारी जन्मजात हेड दिए दोस्तों परेशानियां होती है जो गर्भावस्था में ही शिशु के दिल में पैदा हो जाती है घर में हेड दिए और बड़ी रक्त वाहिनी यो में विकास के दौरान हुई दोसो से इन विकारों का जन्म हो जाता है।
4. कोरोनरी आर्टरी डिजीज:- कोरोनरी धमनी रोग या कोरोनरी हृदय रोग एक गंभीर अवस्था है इसमें हेड दिए को ऑक्सीजन और पोषक तत्व उपयुक्त पहुंचाने वाली धमनियों में खिलाफ जमने के कारण क्षतिग्रस्त होने के कारण यह हृदय तक पूरी मात्रा में रक्त नहीं पहुंचा पाती है इसके कारण यह रोग हो जाता है।
5. कार्डियोमायोपैथी :- यह एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण दिल की मांसपेशियों बड़ी और कठोर हो जाती है अक्सर ज्यादतर खुशी या ज्यादा काम होने पर इसके लक्षण देखे जाते है इसके कारण हार्ट फेल का खतरा होता है हार्ट अटैक ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसका ज्यादातर खतरा होता है।
6. हॉट इंफेक्शन :- बैक्टीरिया हर जगह होते हैं हमारे शरीर में भी और रक्त में भी अगर किसी को दिल से जुड़ी कोई समस्या बीमारी भी है तो कई बार रक्त में मौजूद बैक्टीरिया डैमेज टिशू से चिपक जाते हैं और एक तरफ से संक्रमण का कारण बनते हैं जब शरीर के किसी अन्य हिस्से से पहुंचे बैक्टीरिया एंडोकार्डियम तक पहुंच जाते हैं तो इलेक्शन का कारण बन जाता है और हार्ट अटैक आने का खतरा हो जाता है।।
7. हार्ट अटैक: - यह एरिथमिया के अंतर्गत ही आता है आर्टेक ऐसी स्थिति है जब दिल के किसी हिस्से की एक या एक से ज्यादा मांसपेशियां में ठीक से ब्लड सप्लाई नहीं हो पाने के कारण वह हिस्सा मर जाता है तो आमतौर पर ऐसा धमनियों में ब्लॉक जम जाने के कारण ब्लैक ब्लड की सप्लाई अवरुद्ध होने से होता है तो हार्टअटैक आने का खतरा बढ़ जाता है
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