योग आसन के बारे में जानकारी, योगासन कितने प्रकार के होते हैं जानिए

योगासन करने से हमें कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं जानिए, योग हमारे शरीर को किस प्रकार फायदे पहुंचाते हैं।

योगासन से हमारे शरीर को क्या लाभ पहुंचता है, योग दिवस कब मनाया जाता है जानिए


प्रत्येक वर्ष दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है बदलते जीवन शैली में योग सभी उम्र के लोगों के लिए आवश्यक होता है सामान्य से बड़ी बनने वाली बीमारियों को यदि समय पर ध्यान देकर योग शुरू कर दिया जाए या प्रणाम दोनों शुरू कर दिया जाए तो उन्हें बड़ा रूप लेने से रोका जा सकता है या कुछ योगासन के लिए बारे में जानकारी दी जा सकती है किस प्रकार हमारा शरीर स्वच्छ तरह प्रभाव पड़ता है बीमारियों से बचने व स्वस्थ रहने के लिए हर आदमी का योग करना आवश्यक होता है।

चंद्रसन के बारे में जानकारी यहां पर दी गई है कि किस प्रकार करें ये आसन

हेलो दोस्तों चंद्रासन रीड की हड्डी के लचीलापन में सुधार करता है इसलिए इस आसन के नियमित अभ्यास से साइटिका दर्द और कमर दर्द जैसी रीड की हड्डी की समस्याओं से बचने में मदद मिलती है यह आसन कंधे की मसल्स में स्टेच पैदा करता है यह कंधे के जोड़ों की ताकत और लचीलापन में सुधार करता है।

सर्वांगासन के बारे में जानकारी  दी गई है
इस आसन में चमत्कारी आसनों में से एक है इस आसन को करने के लिए आप को उल्टा होना पड़ता है जो त्वचा बाल रक्तचाप थायराइड के ब्लूकॉम और बहुत कुछ ठीक करने के लिए जाना जाता है सर्वांगासन शरीर के सभी अंगों की क्रियाओं को बेहतर बनाने में सहायता करता है।

नौकासन के बारे में जानकारी
इस योग को विशेष यज्ञ भी कहते हैं लीवर को मजबूती देकर पेट को स्वच्छ रखने के लिए नौकासन योग के अभ्यास को लाभकारी माना जाता है पाचन स्वस्थ और बेहतर रखने में भी योगासन सहायक हो सकता है पेट के अलावा पेट और पैरों की मांसपेशियों की स्ट्रैचिंग करने और रक्त की संचार और व्यवस्थित रखने में भी इस योग को लाभकारी माना जाता है।

कपोतसन के बारे में जानकारी
यह आसन संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है कपोत अर्थात कबूतर और आसान यानी बैठ बैठने की मुद्रा से मिलकर बना है आसान शब्दों में कह दो कबूतर की मुद्रा में बैठना ही कपोटासन कहलाता है विशेष्य गो की माने तो यह योग को करने के लिए साइटिका में बहुत आराम मिलता है।

पदहसेतासन के बारे में जानकारी
आसन का नाम पद और हंस दो शब्दों से मिलकर बना है पद का मतलब पैर  और मतलब हाथ होता है पदहसेतासन योग में खड़े होकर आगे की ओर मो झुका कर इस आसन को किया जाता है इस आसन में अपने दोनों हाथों से पैर को छूना पड़ता है इस आसन को करने से हृदय संबंधित बीमारियां दूर रहती है और सेहत अच्छी रहती है और पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है और पाचन संबंधित समस्याएं की करने में मदद मिलती है लंबाई बढ़ाने और जागे की मांसपेशियों को एक अच्छा खिंचाव देने के लिए यह आसन जाना जाता है।

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